कुमाऊँनी फीचर फिल्म के वीडिओ लिंक्स

कुमाऊँनी फीचर फिल्म के वीडिओ लिंक्स

कुमाऊँनी भाषा में बहुत कम फिल्में बनी हैं और वैसे भी कुमाऊँनी भाषा की पहली फिल्म १९८७ में आयी थी। उसके बाद भी पिछले समय में शायद कोई इक्का-दुक्का कुमाऊँनी फिल्म ही आयी है। २१वीं सदी के आरम्भ में वीसीडी के प्रचलन के बाद छोटे परदे के लिए जरूर कुछ फिल्में विभिन्न वीडियो म्यूजिक कंपनियों के माध्यम से आती रही हैं। यहाँ पर हम कुछ ऐसी फिल्में जो यूट्यूब पर भी उपलब्ध हैं के वीडियो लिंक्स नीचे प्रस्तुत कर रहे हैं:

कुमाऊँनी फीचर फिल्म- "मेघा आ"

प्रथम कुमाऊँनी फ़िल्म - मेघा आ (1987) स्व. जीवन सिंह बिष्ट जी को समर्पित एन एस बिष्ट द्वारा प्रस्तुत स्वाति सिने प्रोडक्शन के लिए निर्मात्री निर्मल सिंह बिष्ट की इस फिल्म का निर्देशन काका शर्मा ने किया था।  मुख्य भूमिका में मुकेश धस्माना, मंजुश्री, सपना अवस्थी, अशोक मल्ल तथा विशेष भूमिका में गोपाल बाबू गोस्वामी ने छोटी सी भूमिका एक सूरदास गायक के रूप में की थी।  फिल्म के गीतों में स्वर दीवान कनवाल, सरस्वती वर्मा और गोपाल बाबू ने कुछ पंक्तियाँ गायी थी

कुमाऊँनी भाषा की पहली फिल्म "मेघा आ" अब नीलम उत्तराखंडी चैनल पर उपलब्ध है।

यह कुमाऊँनी भाषा की पहली फिल्म है पर अभिनय और भाषा से यह कहीं भी कुमाऊँनी प्रभाव नहीं छोड़ पायी है मुख्य  कलाकारों का अभिनय और संवाद कहीं भी प्रभाव नहीं छोड़ पाए.  खलनायक के रूप में अशोक मल्ल जरूर थोड़ा बहुत प्रभावित करते हैं 

कुमाऊँनी फीचर फिल्म- "आस"

"आस" एक लघु बाल फिल्म है जिसका संक्षिप्त विवरण निम्न प्रकार है
कुमाऊँनी भाषा की फीचर फिल्म- आस 
निर्माता- जीवन सिंह रावत और राहुल सिंह बोरा 
निर्देशक- राहुल सिंह बोरा 
अभिनय- जगदीश सिंह रावत, दीपक खत्री, जीवन सिंह रावत और अनामिका बिष्ट

बाल अभिनय के दृष्टि से यह फिल्म जरूर प्रभावित करती है और सीमित संसाधनों के साथ एक अच्छा और अलग प्रयास है. 

कुमाऊँनी फीचर फिल्म- "गोपी भिना"

कुमाऊँनी भाषा की फीचर फिल्म- गोपी भिना
निर्माता- मीनाक्षी भट्ट 
निर्देशक- अशोक मल्ल 
अभिनय- हेमंत पांडे और हिमानी शिवपुरी

"गोपी भिना" कुमाऊँनी की अब तक की सबसे महँगी फिल्म है, जिसमें संसाधनों का भरपूर उपयोग किया गया है.  इसमें उत्तराखंड के राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों द्वारा योगदान किया गया है.  लेकिन प्रस्तुति में यह फिल्म मुख्य कलाकारों के अभिनय को छोड़कर एक कुमाऊनी भाषा की फिल्म न होकर उत्तराखंडी के चक्कर में कुमाऊँनी, गढ़वाली और बॉलीवुड का चूं-चूं का मुरब्बा बन कर रह गयी है.   प्रयास अच्छा है पर अच्छे संसाधनों के बावजूद यह फिल्म कहीं भी पहाड़ी नहीं लगती है.

कुमाऊँनी फीचर फिल्म- "मसाण"

कुमाऊँनी भाषा की फीचर फिल्म- मसाण निर्माता- "हिरदा कुमाऊँनी" हीरा सिंह मेहरा निर्देशक- बिशन हरयाला अभिनय- गजेंद्र नेगी और मनोज बसनाल

मसाण एक आम मसाला फिल्म की तरह है जिसमें अंधविश्वास को दूर करने का विषय लिया गया है, प्रस्तुतीकरण के द्रष्टि से फिल्म ठीक ठाक है 

कुमाऊँनी फीचर फिल्म- "बाटुली"

कुमाऊँनी भाषा की फीचर फिल्म- बाटुली निर्माता- कुमाऊँनी कुटुंब चैनल निर्देशक- अमित कल्पसि अभिनय- ललित मोहन कल्पसि, हिमानी कल्पसि, भारत कल्पसि और पूजा भट्ट

पलायन, कोरोना काल में घर वापसी और पहाड़ में स्वरोज़गार की संभावना को तलाशती यह फिल्म सीमित संसाधनों के साथ एक अच्छा प्रयास है

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