
मेथी के लड्डू, चॉकलेट और सिंगोडी
=======================
(कुमाऊँ में लोकप्रिय मिठाईयाँ)
(कुमाऊँ में लोकप्रिय मिठाईयाँ)
(लेखक: जगमोहन साह)
मेथी के लड्डू व चॉकलेट:
**************************
अब पहाड़ पर ठंडा बढ़ने लगा है व गुलाबी धूप सेकने के साथ मेथी के लड्डू खाने, बनाने और खिलाने के दिन आ गये हैं। सर्दियों में सेहत के लिए ड्राई फ्रूट और मेथी के लड्डू बहुत फायदेमंद होते हैं। इसको दूध के साथ खाने से शरीर में उर्जा बनी रहती है। मेथी के लड्डू एक पारम्परिक मिठाई से ज्यादा एक प्रकार की औषधी के रूप में अधिक प्रयोग किये जाते हैं।
इसका प्रयोग सर्दियों में होने वाले कमर या जोडों के दर्द की दवा के रूप में किया जाता है। सर्दी के मौसम में इसका सेवन शरीर को गर्मी देने वाला होता है। सर्दी में आप अपने घर के बुजुर्ग को मेथी लड्डू बनाकर खिलाईये या घर से दूर रह रहे बुजुर्ग के पास इसे बनाकर भिजवाईये। आपके बुजुर्गों को बहुत खुशी मिलेगी। इस वर्ष की लड्डू की पहली खेप बन चुकी है बस बुजुर्गों तब तक पहुंचनी है। मेरे परिवार में यह परम्परा काफी पहले से चली आ रही है।

अल्मोड़ा की सिंगोडी (मिठाई):
*******************************
कुमाऊँ में मिठाईयां की रानी है यहां की सिंगोडी। यूँ तो कुमाऊँ क्षेत्र अपनी कई प्रकार की मिठाईयों के लिए प्रसिद्ध है, जिनमें यहां मिलने वाली मिठाईयों में विशेषकर चॉकलेट, बाल, सिंगोडी, खैचुआ, मोहनभोग, मलाई लड्डू, पेड़ा और मिल्क केक है। पूरे उत्तराखंड में सिंगोड़ी बनाने में अल्मोड़ा शहर सबसे आगे रहा है।
सिंगोड़ी, अपने विशिष्ट तरह के स्वाद व अद्भुत मिठास के लिए हुए है, जो दुनिया के किसी कोने की मिठाई में नहीं मिलती है। यह मिठाई पहाड़ी खोया (मावा) से बनाई जाती है जिसे मालू के पत्ते में लपेटा जाता है जो इसे अपने आप में अनूठी पहचान देता है। मालू पत्ती की ताजी गंध और हरी इलायची पाउडर और नारियल के साथ स्वाद युक्त गाढे दूध का स्वाद आपको अधिक मांगने के लिए विवश कर देगा। आज के युग में पर्यावरण की दृष्टि से उपयुक्त मिष्टान है।

जगमोहन साह जी द्वारा फेसबुक ग्रुप कुमाऊँनी पर पोस्ट
0 टिप्पणियाँ