छातिम हैरो धकधकाट

छातिम हैरो धकधकाट-कुमाऊँनी कविता,kumaoni poem about souds and feelings, anubhuti aur sangeet par kumaoni kavita

छातिम हैरो धकधकाट 

रचनाकार: दामोदर जोशी 'देवांशु'

छातिम हैरो धकधकाट,
बादव करणई घड़घड़ाट,
खुटम हैरो लकलकाट,
बिजुलि करणै चमचमाट। 
दातुलि करणै छणछणाट, 
ढोल करणौ धमधमाट,
यौक हैरो दणभड़ाट। 

हौ करणै सरसराट, 
भैस करणौ चड़फड़ाट, 
कौ करणौ कड़कड़ाट, 
बाकर करणौ बलबलाट। 
मरणी करणौ छटपटाट, 
आंडम हैरो थरथराट, 
द्वार करणई भटभटाट।  
 
बुड़ करणौ बकबकाट,
जड़वम हैरो छणमडाट,
छोड़ करणौ छलछलाट,
गिज करणई गिजगिजाट। 
यूंक हैरो फतफताट, 
इज लगूणै कचकचाट,
भौ करणौ सकसकाट


- दामोदर जोशी ‘देवांशु', June 24, 2020
 
श्री दामोदर जोशी ‘देवांशु' कुमाऊँनी भाषा के प्रसिद्ध साहित्यकार, कुमगढ़ पत्रिका के संपादक हैं

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