
चेलि'क पीड़
रचनाकार: सत्यम जोशी
ऐ ईजा! तू म्योर नौं, स्कूलमा लिखे दे।
पढ़े लिखे मैंके, म्योर भाग्य बणै दे॥
मैं भाणपान ले करूँल,
घासपाती ले काटूल;
रत्तै व्याल पढ़ि भै,
आपणि जिन्दगी बणूंल;
चेलिहुन कि मैंके,
तू आज नै सजा दे।
ऐ ईजा! म्यर खुटै जंजीर, खुलै दे।
पढ़े लिखे मैंके, म्योर भाग्य बणै दे।
ऐ बबा ! म्योर नौ स्कुल मा लिखे दे।
म्यार नोंकि भिटौली मैंके, आज दिले दे॥
मैं मेहनत करूँल,
ठुल अफसर बणूंल;
बुड़ियाँ काल तुमरी,
मैं सेवा करूँल;
चेलि समझि मैंके,
न मेरि दुनिया बिगै दे;
ऐ ईजा! तू म्योर नौं स्कूल मा लिखै दे।
पढ़े लिखे मैके, मेरि जिन्दगी बणै दे।।
Copyright @satyam joshi Didihat Pithoragarh

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